Home टॉप न्यूज़

कभी यूक्रेन के पास था दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा परमाणु भंडार, आज हो गया है कंगाल, आखिर कैसे खत्म हुई न्यूक्लियर पावर?

BBC Hindi News by BBC Hindi News
November 23, 2024
Reading Time: 1 min read
0
कभी यूक्रेन के पास था दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा परमाणु भंडार, आज हो गया है कंगाल, आखिर कैसे खत्म हुई न्यूक्लियर पावर?
Post Views: 418

बीबीसी हिंदी न्यूज़

RELATED POSTS

मुख्यमंत्री साय की पहल से ‘श्री रामलला दर्शन योजना’ हो रही साकार :विशेष ट्रेन आज रायपुर से होगी रवाना ,सीएम दिखाएंगे हरी झंडी

छत्तीसगढ़ के 4 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, 9 में यलो अलर्ट,बारिश की गतिविधि कम होने से बढ़ी उमस और गर्मी

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में मलेरिया पर करारा प्रहार

यूक्रेन एक समय दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा परमाणु भंडार रखने वाला देश था. लेकिन आज रूस के हमलों का मुकाबला करने के लिए पश्चिमी देशों की मदद पर निर्भर है. रूस के साथ जारी युद्ध और पश्चिमी देशों से सैन्य मदद की अपील के बीच, यह सवाल उठता है कि यूक्रेन ने अपनी न्यूक्लियर ताकत कैसे खत्म हो गई.

सोवियत संघ के विघटन के बाद यूक्रेन को विरासत में 1900 से अधिक परमाणु हथियार और 176 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें (ICBM) मिली थीं. लेकिन 1990 के दशक में, यूक्रेन ने अपनी परमाणु ताकत छोड़ने का फैसला किया, और आज उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.

विरासत में मिले थे हजारों हथियार

1991 में सोवियत संघ के टूटने के बाद, यूक्रेन एक स्वतंत्र देश बना. इसके साथ ही उसे सोवियत संघ के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े हजारों हथियार विरासत में मिले. स्वतंत्र होने के वक्त यूक्रेन के पास 1900 सोवियत स्ट्रैटेजिक न्यूक्लियर हथियार और 2650 से 4200 टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियार थे. इसके साथ ही उसके पास 176 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें, जिनकी रेंज 5000 किलोमीटर से अधिक थी और 10 थर्मोन्यूक्लियर बम, जो हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए बमों से कई गुना शक्तिशाली थे.

क्यों छोड़े परमाणु हथियार?

परमाणु हथियार रखना यूक्रेन के लिए आसान निर्णय नहीं था. हथियार छोड़ने के पीछे की वजह थीं..

Buy JNews
ADVERTISEMENT
  • ऑपरेशन की कमांड रूस के पास: इन हथियारों के संचालन और कमांड सिस्टम पर रूस का नियंत्रण था.
  • अंतरराष्ट्रीय तनाव: परमाणु हथियारों को रखना अंतरराष्ट्रीय राजनीति में तनाव को बढ़ा सकता था.
  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग की जरूरत: यूक्रेन को अपनी स्वतंत्रता की मान्यता और आर्थिक सहायता के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन चाहिए था.

बुडापेस्ट मेमोरेंडम और परमाणु निरस्त्रीकरण

1994 में, यूक्रेन ने परमाणु अप्रसार संधि (NPT) पर हस्ताक्षर किए और “बुडापेस्ट मेमोरेंडम” के तहत अपने परमाणु हथियार रूस को सौंपने का समझौता किया.

  • संधि की शर्तें: रूस, अमेरिका और ब्रिटेन ने यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की गारंटी दी.
  • परमाणु हथियारों का हस्तांतरण: 1994 से 1996 के बीच सभी परमाणु हथियार रूस को सौंप दिए गए.
ShareSend
BBC Hindi News

BBC Hindi News

Related Posts

मुख्यमंत्री साय की पहल से ‘श्री रामलला दर्शन योजना’ हो रही साकार :विशेष ट्रेन आज रायपुर से होगी रवाना ,सीएम दिखाएंगे हरी झंडी
छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री साय की पहल से ‘श्री रामलला दर्शन योजना’ हो रही साकार :विशेष ट्रेन आज रायपुर से होगी रवाना ,सीएम दिखाएंगे हरी झंडी

July 15, 2025
छत्तीसगढ़ के 4 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, 9 में यलो अलर्ट,बारिश की गतिविधि कम होने से बढ़ी उमस और गर्मी
छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के 4 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, 9 में यलो अलर्ट,बारिश की गतिविधि कम होने से बढ़ी उमस और गर्मी

July 15, 2025
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में मलेरिया पर करारा प्रहार
छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में मलेरिया पर करारा प्रहार

July 15, 2025
दिल्ली से मुंबई जाने वाली फ्लाइट में दो महिलाओं में ऐसी हुई लड़ाई कि मच गया हड़कंप, पायलट को लौटना पड़ा वापस
टॉप न्यूज़

दिल्ली से मुंबई जाने वाली फ्लाइट में दो महिलाओं में ऐसी हुई लड़ाई कि मच गया हड़कंप, पायलट को लौटना पड़ा वापस

July 15, 2025
विस का मानसून सत्र : प्रश्नकाल में पूर्व सीएम बघेल ने उठाया जल जीवन मिशन का मामला, विपक्ष के विधायकों ने किया वॉक आउट
छत्तीसगढ़

विस का मानसून सत्र : प्रश्नकाल में पूर्व सीएम बघेल ने उठाया जल जीवन मिशन का मामला, विपक्ष के विधायकों ने किया वॉक आउट

July 15, 2025
ED ने दुर्ग में होटल कारोबारी के ठिकानों पर दी दबिश, पिछली सरकार में मिला था मिड दे मील का काम
छत्तीसगढ़

ED ने दुर्ग में होटल कारोबारी के ठिकानों पर दी दबिश, पिछली सरकार में मिला था मिड दे मील का काम

July 15, 2025
Next Post
पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ: मुख्यमंत्री साय

पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ: मुख्यमंत्री साय

झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों पर राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी, कहा- ‘यह जीत संविधान और जल-जंगल-जमीन की रक्षा की है’

झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों पर राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी, कहा- 'यह जीत संविधान और जल-जंगल-जमीन की रक्षा की है'

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Live Cricket Score

Live Cricket Scores

Corona Widget

Rashifal

Currently Playing
BBC Hindi News

BBC Hindi News is an online news portal that publishes latest and breaking news from all around the nation.

Recent Posts

  • ” प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा स्नेह मिलन “
  • ” छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव पर संगीत प्रतियोगिता का हुआ आयोजन “
  • “भाजपा प्रदेश महामंत्री यशवंत जैन का बालोद में भव्य स्वागत”
  • ” अरिहंत विद्यालय प्रबंधन ने जताया हर्ष “
  • “जिले को मिली नई सौगात सिटी स्कैन मशीन का स्वास्थ्य मंत्री ने किया शुभारम्भ”
  • “जिले को मिली नई सौगात,सिटी स्कैन मशीन का स्वास्थ्य मंत्री ने किया शुभारम्भ”

Categories

  • अपराध
  • उत्तरप्रदेश
  • खेल
  • चुनाव
  • छत्तीसगढ़
  • छात्र
  • टॉप न्यूज़
  • दिल्ली
  • दुर्घटना
  • देश
  • धर्म
  • बिहार
  • मनोरंजन
  • महाराष्ट्र
  • मौषम
  • राजनीति
  • राजस्थान
  • राज्य की खबरें
  • लाइफस्टाइल
  • विज्ञान
  • विदेश
  • सोशल मीडिया
  • हिमाचल प्रदेश

Contact Us

Email : contact-bbchindinews.in@gmail.com, mpcglive.in@gmail.com
Phone : 9993058900, 9424257566
Website : bbchindinews.in

  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions

© 2024 BBC hindi News - All Rights Reserved |

No Result
View All Result
  • Home
  • टॉप न्यूज़
  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • विज्ञान

© 2024 BBC hindi News - All Rights Reserved |

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
← Police Apprehends a notorious drug peddler and seizes contraband substance in Ganderbal ← पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ: मुख्यमंत्री साय