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पीएम मोदी घाना यात्रा भारत की अफ्रीका नीति में एक नया अध्याय जोड़ती है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच देशों की विदेश यात्रा के पहले चरण में घाना पहुंचे। यह दौरा न सिर्फ कूटनीतिक दृष्टि से अहम रहा, बल्कि ऐतिहासिक भी बन गया जब उन्हें घाना का सर्वोच्च नागरिक सम्मान “ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना” प्रदान किया गया।
अकरा के कोटोका इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत किया गया और उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। इससे पहले 1957 में पंडित नेहरू और 1995 में नरसिम्हा राव घाना का दौरा कर चुके हैं। मोदी घाना का दौरा करने वाले तीसरे भारतीय प्रधानमंत्री बने।
इस यात्रा में चार अहम समझौते किए गए—संस्कृति, मानकीकरण, आयुष अनुसंधान और संयुक्त आयोग की बैठक से जुड़े एमओयू। साथ ही, भारत ने घाना में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और वैक्सीन हब के विकास में सहयोग देने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने घाना की संसद को संबोधित करते हुए भारत-अफ्रीका की साझी विरासत, लोकतंत्र और सांस्कृतिक सहयोग की बात की। उन्होंने डिजिटल इंडिया की तर्ज पर फिनटेक और डिजिटल भुगतान प्रणाली में साझेदारी की पेशकश की, जिससे घाना की नई पीढ़ी को डिजिटल लाभ मिलेगा।
पीएम मोदी ने वहां बसे 15,000 से ज्यादा भारतीय मूल के लोगों को भारत के सांस्कृतिक राजदूत बताया। ये भारतीय समुदाय दशकों से घाना की अर्थव्यवस्था और समाज में योगदान दे रहा है।
पीएम मोदी घाना यात्रा न सिर्फ दो देशों के रिश्तों को मजबूती देती है, बल्कि यह दर्शाती है कि भारत अफ्रीका के साथ दीर्घकालिक साझेदारी की दिशा में ठोस कदम उठा रहा है।