देश की आम जनता को 1 जुलाई से ट्रेन यात्रा के खर्च में बढ़ोतरी का सामना करना पड़ रहा है। केंद्र सरकार ने रेल किराया वृद्धि की घोषणा करते हुए मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में किराया बढ़ा दिया है। अब गैर-एसी कोच में एक पैसा प्रति किलोमीटर और सभी एसी श्रेणियों में दो पैसा प्रति किलोमीटर अधिक देना होगा। इससे एसी और स्लीपर, दोनों तरह की यात्राएं महंगी हो गई हैं।
इस बढ़ोतरी पर राजनीतिक घमासान भी शुरू हो गया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस फैसले की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, “रेल किराए में बढ़ोतरी का खामियाजा दिहाड़ी मजदूर, छात्र, छोटे व्यापारी और आम लोग भुगतेंगे जो पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे हैं।”
सिद्धारमैया ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब कर्नाटक में दूध के दाम बढ़े तो बीजेपी ने विरोध प्रदर्शन किए, लेकिन अब जब केंद्र ने रेल किराया बढ़ाया है, तो वही नेता चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मेट्रो किराया वृद्धि पर कांग्रेस सरकार को दोष देना गलत है, क्योंकि वह निर्णय केंद्र द्वारा गठित समिति द्वारा लिया गया था।