नई दिल्ली, 12 जुलाई 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत राज्यसभा के लिए चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को मनोनीत किया है। इनमें प्रसिद्ध वकील उज्ज्वल निकम, पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, इतिहासकार मीनाक्षी जैन और सामाजिक कार्यकर्ता सी. सदानंदन मास्टर के नाम शामिल हैं।
गृह मंत्रालय ने इस नामांकन की आधिकारिक अधिसूचना शनिवार को जारी की। यह मनोनयन साहित्य, विज्ञान, कला और सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्रों में विशेष योगदान देने वाली हस्तियों को संसद में प्रतिनिधित्व देने की संवैधानिक व्यवस्था का हिस्सा है।
हर्षवर्धन श्रृंगला: विदेश नीति के विशेषज्ञ
1984 बैच के IFS अधिकारी हर्षवर्धन श्रृंगला ने भारत के विदेश सचिव और कई देशों में राजदूत के रूप में सेवा दी। अमेरिका, ब्रिटेन और संयुक्त राष्ट्र में उनकी नियुक्तियों ने भारत की विदेश नीति को सशक्त रूप दिया।
उज्ज्वल निकम: आपराधिक न्याय के स्तंभ
उज्ज्वल देवराव निकम, एक प्रख्यात वकील, जिन्होंने अजमल कसाब जैसे हाई-प्रोफाइल मामलों में अभियोजन पक्ष का नेतृत्व किया। उनकी कानूनी निष्पक्षता और देशभक्ति की भावना ने उन्हें एक विश्वसनीय चेहरा बनाया।
सी. सदानंदन मास्टर: समाजसेवा की आवाज
केरल के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सदानंदन मास्टर ने शिक्षा और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में गहरा योगदान दिया है। वामपंथी हिंसा से प्रभावित लोगों की आवाज को मंच देने के लिए वह वर्षों से सक्रिय रहे हैं।
मीनाक्षी जैन: इतिहास की संवाहक
मीनाक्षी जैन, एक प्रसिद्ध इतिहासकार हैं, जिनकी शोध ने भारतीय इतिहास की वैकल्पिक समझ को नई दिशा दी। उनकी पुस्तकें और लेख व्यापक रूप से पढ़े जाते हैं और सराहे गए हैं।