अहमदाबाद, जुलाई 2025: Ahmedabad Air Crash Report में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। अहमदाबाद से लंदन जा रही इस बोइंग 787 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 260 लोगों की जान चली गई थी। विमान का मलबा लगभग 1,000 फीट के दायरे में फैला मिला, जिससे जांचकर्ताओं के लिए एक-एक टुकड़ा किसी रहस्य से कम नहीं था।
ब्लैक बॉक्स ने खोला सच
हादसे के तीन दिन बाद जांचकर्ताओं को एन्हांस्ड एयरबोर्न फ्लाइट रिकॉर्डर (EAFR) मिला, जो आंशिक रूप से जला हुआ था लेकिन डेटा बरकरार था। इस रिकॉर्डर ने 49 घंटे की फ्लाइट डेटा और 2 घंटे की कॉकपिट ऑडियो उपलब्ध करवाई, जिससे हादसे के अंतिम क्षणों की तस्वीर साफ हुई।
पायलटों ने अंतिम समय तक की कोशिश
रिकॉर्डिंग और सेंट्रल कंसोल से मिले साक्ष्य बताते हैं कि पायलटों ने इंजन दोबारा चालू करने की कोशिश की। फ्यूल कंट्रोल स्विच “RUN” पोजिशन में थे और फ्लैप्स 5 डिग्री पर सेट थे, जो सामान्य टेकऑफ की स्थिति दर्शाते हैं।
रहस्य बना थ्रस्ट लीवर
थ्रस्ट लीवर जले हुए और पीछे की ओर पाए गए, लेकिन डेटा में वे टेकऑफ पावर की स्थिति में थे। इससे संदेह होता है कि लीवर दुर्घटना के दौरान अपने आप पीछे खिसक गए होंगे।
आपातकालीन सिस्टम सक्रिय, लेकिन ELT फेल
सकारात्मक पक्ष यह रहा कि ऑक्सिलियरी पावर यूनिट स्वत: चालू हो गई, यानी सिस्टम ने इंजन फेल होने पर प्रतिक्रिया दी। लेकिन चौंकाने वाली बात यह थी कि इमरजेंसी लोकेटर ट्रांसमीटर (ELT) ने कोई सिग्नल नहीं दिया। रिपोर्ट में इसके कारणों पर स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई।