केरल में निपाह वायरस के मामले एक बार फिर चिंता का कारण बन गए हैं। राज्य के मलप्पुरम, पलक्कड़ और कोझिकोड जिलों में संक्रमण के नए मामलों की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है। अब तक 425 से अधिक लोगों को निगरानी में रखा गया है—228 मलप्पुरम से, 110 पलक्कड़ से और 87 कोझिकोड से।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने जानकारी दी कि सभी संदिग्धों को आइसोलेशन में रखा गया है और उनके सैंपल की जांच जारी है। सरकार ने इन इलाकों को संवेदनशील घोषित कर मेडिकल टीमें तैनात कर दी हैं। टेस्टिंग, ट्रैकिंग और आइसोलेशन प्रक्रिया तेज़ी से की जा रही है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
निपाह वायरस क्या है?
यह एक जूनोटिक वायरस है, जो खासतौर पर फल खाने वाले चमगादड़ों से इंसानों में फैलता है। यह वायरस न केवल तेजी से फैलता है बल्कि इसकी मृत्यु दर भी काफी अधिक है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, सांस की दिक्कत, उल्टी, मस्तिष्क में सूजन और मानसिक भ्रम शामिल हैं।
संक्रमण के मुख्य कारण:
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संक्रमित चमगादड़ों द्वारा खाए गए फलों का सेवन
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संक्रमित व्यक्ति या जानवर से संपर्क
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वायरस से दूषित सतह को छूना
बचाव के उपाय:
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गिरे हुए या खाए हुए फलों से परहेज करें
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बीमार व्यक्ति से दूरी बनाए रखें और मास्क पहनें
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हाथों की स्वच्छता बनाए रखें
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खेतों और जानवरों से दूरी रखें
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सरकारी निर्देशों का पालन करें