महाराष्ट्र में भाषा पहचान को लेकर चल रही बहस के बीच शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। यह वीडियो ऐसे समय सामने आया है जब राज्य में मराठी बनाम हिंदी विवाद फिर से गरमाया हुआ है।
शनिवार रात इस वीडियो के वायरल होते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई। खास बात यह रही कि हाल ही में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक ऐतिहासिक मंच पर एक साथ नजर आए, जहां उन्होंने हिंदी को अनिवार्य भाषा बनाए जाने के सरकारी आदेश का जोरदार विरोध किया। सरकार ने कक्षा 1 से 5 तक हिंदी को जरूरी करने का आदेश दिया था, लेकिन जनविरोध के चलते इसे आंशिक रूप से वापस ले लिया गया है।
इस मंच से उद्धव ठाकरे ने मराठी अस्मिता की रक्षा का संकल्प लिया और घोषणा की कि वे और राज ठाकरे आगामी मुंबई नगर निगम चुनाव मिलकर लड़ेंगे। उद्धव ने स्पष्ट कहा, “हम महाराष्ट्र में बीजेपी को हिंदी थोपने नहीं देंगे।”
वहीं, राज ठाकरे ने केंद्र की तीन-भाषा नीति को लेकर हमला बोलते हुए इसे मुंबई को तोड़ने की साजिश करार दिया। उन्होंने चेताया, “महाराष्ट्र को छूने की कोशिश करके देखो, क्या होता है।”
भाषाई विवाद की शुरुआत अप्रैल में हुई थी जब सरकार ने हिंदी को प्राथमिक कक्षाओं में अनिवार्य करने का निर्देश जारी किया। विरोध के बाद अब विकल्प की सुविधा दी गई है—अगर 20 या उससे ज्यादा छात्र हिंदी न पढ़ना चाहें तो उन्हें विकल्प मिलेगा।