सूरजपुर: जिले में फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र एवं फर्जी वसीयतनामा तैयार कर बेशकीमती जमीन को बेचने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक भूस्वामि का रिश्तेदार है। जमीन का फर्जी तरीके से नामांतकरण कर दिया गया था। मामले की शिकायत मृत भूस्वामि के पोतों ने थाने में दर्ज कराई थी। घटना सूरजपुर थानाक्षेत्र की है।
जानकारी के अनुसार सूरजपुर जिले के ग्राम डुमरिया निवासी सुक्रिन दास व एक अन्य ने सूरजपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके बाबा स्व. शिवा दास के हिस्से की जमीन ग्राम डुमरिया मुख्य मार्ग पर खसरा नंबर 356, 357/2 है। उक्त जमीन को चचेरे भाई रामवृक्ष देवांगन के द्वारा रोजगार सहायक लोकनाथ, पंचायत सचिव पारस राजवाड़े व अन्य के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेजों से नामांतरण करा बेच दिया गया है।
19 साल बाद बनाया वसीयत
रिपोर्टकर्ताओं ने शिकायत में बताया कि शिवा दास की मृत्यु वर्ष 1989 में चिरमिरी के गोदरीपारा में हुई थी। उनकी मृत्यु का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र, फर्जी वसीयतनामा तैयार कर पारस राजवाड़े, रामवृक्ष, लोकनाथ व अन्य के द्वारा वर्ष 2008 में मृतक शिवा की फर्जी वसीयत रामवृक्ष के पक्ष में निष्पादित कराई गई। मृतक शिवा की मृत्यु होने का कूटरचित दस्तावेज तैयार करवाकर डुमरिया स्थित जमीन जिसकी बाजार में कीमत वर्तमान में एक करोड रुपए से अधिक है को पंचायत सचिव पारस राजवाड़े के द्वारा अपने साले के नाम पर रजिस्ट्री करा दी दी गई।
शिकायत पर एफआईआर, तीन गिरफ्तार
एएसपी शोभराज अग्रवाल ने बताया कि मामले की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120(बी) 34 के तहत अपराध दर्ज किया। सूरजपुर पुलिस ने रामवृक्ष देवांगन (65), लोकनाथ राजवाड़े (31) निवासी डुमरिया एवं पारसनाथ राजवाड़े (48) निवासी मिश्रा गली सूरजपुर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ पर आरोपियों ने धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है।
फर्जी दस्तावेज जब्त, अन्य आरोपी फरार
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर फर्जी वसीयतनामा व फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जब्त कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मामले में अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी पतासाजी की जा रही है। मामले के खुलासे में सीएसपी एस.एस.पैंकरा, सूरजपुर थाना प्रभारी विमलेश दुबे, एएसआई अरूण गुप्ता की टीम सक्रिय रही।