PM Modi Ghana Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक घाना यात्रा के दौरान भारत और घाना के बीच द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक भागीदारी के स्तर पर औपचारिक रूप से स्थापित किया गया. यह यात्रा न केवल दोनों देशों के बीच मजबूत होते संबंधों का प्रतीक है, बल्कि अफ्रीका में भारत की सक्रिय कूटनीति का भी एक महत्वपूर्ण संकेत है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह यात्रा विशेष रूप से ऐतिहासिक रही क्योंकि पिछले तीन दशकों में किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली घाना यात्रा थी. घाना की राजधानी अक्रा पहुंचने पर राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा ने स्वयं प्रधानमंत्री मोदी का हवाई अड्डे पर स्वागत किया, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते विश्वास और मित्रता का संकेत था.
इन कार्य क्षेत्रों में दोनों देशों की सहमति
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति महामा के बीच बुधवार को विस्तृत वार्ता हुई, जिसमें व्यापार, संस्कृति, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे कई क्षेत्रों में सहयोग को लेकर चर्चा की गई. इस बैठक के बाद दोनों देशों ने चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें संस्कृति और पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग प्रमुख हैं. इसके अलावा, दोनों देशों ने भविष्य में तकनीकी और शैक्षणिक क्षेत्रों में भी मिलकर कार्य करने की सहमति जताई.
व्यापक रणनीतिक भागीदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने वार्ता के बाद कहा, “आज राष्ट्रपति महामा और मैंने यह तय किया है कि हम भारत-घाना द्विपक्षीय साझेदारी को एक व्यापक रणनीतिक भागीदारी में बदलेंगे. भारत घाना की विकास यात्रा में एक सह-यात्री है न कि केवल एक भागीदार. ”
दोनों देशों के बीच व्यापारिक गतिविधियां
दोनों देशों ने अपने द्विपक्षीय व्यापार को अगले पांच वर्षों में दोगुना करने का लक्ष्य रखा है. वर्तमान में दोनों देशों के बीच व्यापारिक गतिविधियां मुख्य रूप से फार्मा, इंजीनियरिंग उत्पादों और शिक्षा के क्षेत्र में केंद्रित हैं लेकिन नई रणनीति के तहत कृषि, ऊर्जा, स्वास्थ्य और पारंपरिक चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में भी निवेश और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा. इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत अफ्रीकी देशों के साथ सहयोग को केवल व्यापारिक दृष्टिकोण से नहीं देखता, बल्कि इसे एक साझा भविष्य की ओर बढ़ने की साझेदारी मानता है.