बालोद :–माशाल्लाह,बालोद जिले के सरज़मिने दल्ली राजहरा मदरसा दारुल उलूम,इमामे आज़म के मदरसा के बच्चे व हाफिज वो कारी गुलाम सिमनानी, हाफ़िज़ हकीकी अहमद नूरी,अजहरुद्दीन कुरैशी, रहीम खान, फैज़ान रज़ा के साथ कुल 32 अफराद सहित हाजी अफज़ल रिजवी बालोद की सरपरसती में 5 दिन के सफर में अजमेर शरीफ के लिए रवानगी 5 मई क़ो हुई है,
इस 5 दिन के सफर में अजमेर शरीफ की दरगाह हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती, ढाई दिन का झोपड़ा,अनासागर, तारागढ़ पहाड़ में हजरत हुसैन मीर साहब की दरगाह,सरवाड़ शरीफ में ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के साहबजादे हजरत फखरुद्दीन चिश्ती, सांभर शरीफ में गरीब नवाज सरकार के पोते की दरगाह, रोल शरीफ में हुजूर सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम के जुब्बा मुबारक की जियारत, गोल मस्जिद बासनी, नागौर शरीफ हज़रत हमीदुद्दीन नागौरी की जियारत करते हुए 10 मई को अपने मुकाम में वापसी होगी!
*हाजी अफ़ज़ल रिज़वी दिनी मामलो में कर रहें हैं, दयानतदारी*
ऐसे तो कई लोग हैं, जिन्हे अल्लाह तआला ने हर मामलों से नवाज़ा है, लेकिन अफ़ज़ल रिज़वी एक ऐसी शख्सियत है, जो की आलीमे दिन,तलबा, हाफ़िज़, मदरसो में इल्म हासिल करने वाले बच्चों क़ो वक्तन बे वक्तन उनकी मदद कर हौसला अफ़ज़ाई करतें रहतें हैं, हाल ही में उन्होंने अपने ख़र्च से 11 लोगों क़ो उमरा करवाकर मक्का शरीफ, मदीना शरीफ की ज़्यारत करवाई, वहीँ इसके पहले ख्वाज़ा गरीब नवाज़ की चौखट पर कुछ लोगों का एक काफिला लेकर अजमेर शरीफ अपने खर्चे से लेकर गए थे!
बालोद के कब्रिस्तान में रोशनी के इंतेजाम जैसे मजहबी,दीनी काम को अंजाम देते हैं, उनकी इस दयानतदारी के लिए अल्लाह तआला से दुआ करते हैं कि अल्लाह ताअला इसके लिए उन्हें जज़ाए खैर अता फरमाये!