नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और फारुख अब्दुल्ला को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से समन जारी किया गया है। ईडी ने आरोप लगाया है कि, जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन(जेकेसीए) का अध्यक्ष रहते बड़े पैमाने पर फंड का हेर फेर किया गया था। अब इस मामले में ईडी उनसे पूछताछ करना चाहती है। बता दें कि, साल 2022 में उन्हें ईडी ने इस केस की चार्जशीट में नामजद किया था।
ईडी की जांच के मुताबिक़ इस मामले में जेकेसीए के पदाधिकारियों के निजी बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर हुए थे। साथ ही ऐसे कई लोगों के निजी बैंक खातों में फंड ट्रांसफ़र हुए जिनका जेकेसीए से कोई ताल्लुक नहीं था।
ईडी ने अपनी चार्जशीट में फारुख पर आरोप लगाया है कि, जेकेसीए बैंक खातों से बड़ी रकम निकाली गई जिसके पीछे कोई साफ़ कारण नहीं दिया गया।
20 साल पुराना मामला
ईडी ने यह मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा 2018 में दाखिल आरोप पत्र के आधार पर दर्ज किया। ईडी ने अब्दुल्ला को भेजे गए नोटिस में उन्हें एजेंसी के श्रीनगर कार्यालय में उपस्थित होने को कहा है। अब्दुल्ला 2001 से 2012 तक जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। कथित घोटाला, जिसकी जांच सीबीआई और ईडी दोनों कर रही है, वह 2004 से 2009 के बीच का है।
ईडी के निशाने पर आने वाले सबसे नए नेता
अब्दुल्ला ईडी के निशाने पर आने वाले विपक्षी नेताओं में सबसे नए हैं। इससे पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में समन का सामना करना पड़ रहा है, जबकि उनके दिल्ली समकक्ष अरविंद केजरीवाल, जो तीन समन छोड़ चुके हैं, को दिल्ली शराब नीति मामले के संबंध में एजेंसी की जांच का सामना करना पड़ रहा है। ये तीनों नेता इंडिया अलायंस के हिस्सा हैं। ईडी ने ये समन तब जारी किया है, जब कुछ महीनों बाद लोकसभा चुनाव होने हैं।