जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। झूंसी के भदकार गांव में अवैध रूप से बनाई गई टेंट सिटी उखड़ने लगी है। सोमवार को टेंट सिटी के भीतर बने कई काटेज उखाड़ दिए गए। वहीं, कंपनी के दो एजेंट अपना-अपना घर छोड़कर भाग निकले हैं।
संचालकों की गिरफ्तारी के लिए झूंसी पुलिस के साथ ही एसओजी की टीम भी लगा दी गई है। लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से अवैध टेंट सिटी के बाहर संत के नाम से होर्डिंग लगाने पर भी छानबीन तेज हो गई है। पुलिस और राजस्व टीम वहां की गतिविधि पर लगातार नजर बनाए हुए है।
सोमवार को काटेज बनवाने वाले जयपुर राजस्थान निवासी देव सिंह ने गांव पहुंचकर कई श्रमिकों को तलाशा। इसके बाद उन्हें अवैध टेंट सिटी पर बुलवाया। यहां पहुंचे श्रमिकों ने पहले काटेज के भीतर रखे रजाई, गद्दे और दूसरे सामान को समेटना शुरू किया। इसके साथ ही कुछ श्रमिक काटेज को उखाड़ने लगे।
उधर, अवैध टेंट सिटी के बाहर मौजूद प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड लोगों को भीतर जाने से रोकते रहे। काटेज का सामान लोड करवाने के लिए गाड़ी भी मंगवाई गई, लेकिन वसंत पंचमी के कारण वहां तक वाहन नहीं पहुंच सका, जिस कारण परिसर में ही एकत्र कर करके रख दिया गया।
इसी बीच लेखपाल और झूंसी पुलिस ने भी अवैध टेंट सिटी पहुंचकर जल्द से जल्द खाली करने के लिए कहा। पुलिस की एक टीम उस्तापुर गांव पहुंची तो पता चला कि एजेंट सत्यम व मुन्ना घर पर नहीं हैं। पूछताछ में यह बात सामने आई कि दोनों दो दिन से घर पर नहीं आ रहे हैं। इस कार्रवाई से ग्रामीण भी सकते हैं।
फिलहाल पुलिस का जोर अवैध टेंट सिटी के संचालकों की गिरफ्तारी पर जोर है। नामजद अभियुक्त महामंडलेश्वर स्वामी अविमुक्तानंद गिरि व प्रणव पाल, मुकेंद्रा सिंह गुर्जर, आलोक श्रीवास्तव के अलावा ठेकेदार महावीर सिंह सहित अन्य को पकड़ने के लिए एसओजी भी लगा दी गई है। इन पर जुस्टा शिविर फर्म के नाम से अवैध टेंट सिटी का संचालन कर तीर्थयात्रियों से धनउगाही करने का आरोप है।
महाकुंभ मेले में बसंत पंचमी के उपलक्ष्य में अमृत स्नान के लिए उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते डीआईजी वैभव कृष्ण। पंकज शर्मा
दूसरी अवैध टेंट सिटी पर कार्रवाई नहीं
सूत्रों का कहना है कि झूंसी की तरह फाफामऊ और नैनी में भी कई अवैध सिटी का संचालन हो रहा है, लेकिन उन पर अब तक कार्रवाई नहीं की गई। अलग-अलग क्षेत्र में बिना अनुमति बनाई गई टेंट सिटी से जिम्मेदार अधिकारी अनजान बने हुए हैं।
हालांकि अग्निशमन विभाग प्रयागराज की ओर से अवैध टेंट सिटी की जांच के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं, मगर उन्होंने भी कुछ नहीं किया। महाकुंभ में आने वाले तमाम तीर्थ यात्रियों से मोटी रकम वसूल करने वालों ने अवैध टेंट सिटी के संचालन में कुछ संतों का भी सहारा लिया है।