,, बालोद में एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन,
,, राष्ट्रीय विचार मंच के संयोजकत्व में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे अनेक वक्ता
बालोद:– शनिवार को बालोद में राष्ट्रीय विचार मंच के द्वारा एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें उपस्थित लोगों ने एक स्वर में माना कि अब समय आ गया है कि देश में सारे चुनाव एक साथ हों। वक्ताओं ने इसकी कई वजह बताए। खास तौर पर बार-बार चुनाव से विकास कार्य में पड़ रही बाधा, प्रशासनिक व आर्थिक क्षति सहित होने वाली परेशानियों को इंगित किया गया। अंत में पुलवामा में आतंकी हमले में मारे गए श्रद्धालुओं को मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई।
बालोद के प्राची सिनेमा में आयोजित कार्यक्रम में वक्ता के रूप में जितेंद्र सोनी, नर्मदा निषाद, आशुतोष कौशिक, मोहन नाहटा, प्रतिमा यादव, डीआर गजेंद्र, डॉक्टर आर एन चावड़ा आदि ने कहा कि देश के विकास के लिए जरूरी है कि सारे चुनाव एक साथ हों। कुछ वक्ताओं ने कहा कि एक साथ चुनाव होने से देश को कोई खतरा नहीं है बार-बार चुनाव होने से राजनीतिक अस्थिरता बनी रहती है। वहीं चुनाव खर्च एक बड़ी समस्या बन जाती है। वक्ताओं ने सभी से आग्रह किया कि एक देश एक चुनाव की अवधारणा को अपनाने के लिए हमें तैयार रहना चाहिए और ऐसा वातावरण बनाना चाहिए कि यह अवधारणा देश में लागू हो। कार्यक्रम में बताया गया कि 1952 से 67 तक के चुनाव में लोकसभा और विधानसभा एक साथ होते थे लेकिन उसके बाद से यह चुनाव अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होने लगा है। इससे देश को आर्थिक भार पड़ रहा है और इससे देश पीछे जा रहा है। इसलिए आवश्यक है कि देश में अब सारे चुनाव एक साथ हों।
‘लोकतंत्र देश को एक रख सकता है’
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने कहा कि लोकतंत्र ही देश को एकजुट रख सकता है। इसलिए एक साथ चुनाव तो बहुत जरूरी है लेकिन इसे उतना ही सक्षम बनाना होगा। बार-बार चुनाव के नाम पर खर्चे से देश में आर्थिक विषमता भी उत्पन्न हो सकती है। इसलिए आज एक देश एक चुनाव की आवश्यकता महसूस की जा रही है। अभिषेक सिंह ने कहा कि भारत का गौरवशाली इतिहास रहा है। कभी इसे सोने की चिड़िया कहा जाता था लेकिन धीरे-धीरे हमारी मजबूती खोती गई। इसका सबसे बड़ा कारण क्षेत्र, भाषा, धर्म जाति में बंटने के अलावा बार-बार चुनाव भी हमें आर्थिक विषमता की ओर ले जा रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव में सारा तंत्र लगा रहता है। इससे न केवल शासकीय अधिकारी कर्मचारी बल्कि आम लोग भी परेशान रहते हैं। बार-बार चुनाव होने से हमारे भविष्य के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है। आज की स्थिति में हर वर्ष कहीं ना कहीं देश में चुनाव हो रहा है। इससे बचने के लिए ही ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि सारे देश में एक साथ सभी चुनाव हों।
‘अनेक वक्ताओं ने किया संबोधित’
आयोजित कार्यक्रम को शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर प्रदीप जैन ने संबोधित करते हुए कहा कि आज बार-बार चुनाव से कई समस्या उत्पन्न हो रही है। एक गरीब आदमी अपने किसी काम को लेकर सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाते रहता है, लेकिन चुनाव में अफसरों के व्यस्त होने के कारण महीनो उसके काम अटके रहते हैं। उन्होंने कहा कि देश में स्थिरता लानी है, देश का विकास सही मायने में यदि होगा तो वह चुनाव में होने वाले खर्च को रोकना है।और इसके लिए एक राष्ट्र एक चुनाव बेहतर विकल्प है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सेवानिवृत आईएएस जी आर चुरेंद्र ने कहा बार-बार चुनाव के कारण हम पीछे हो रहे हैं। एक देश एक चुनाव के नारे को हम सबको स्वागत करना चाहिए। कार्यक्रम में स्वागत भाषण जिला भाजपा अध्यक्ष व समाजसेवी चेमन देशमुख ने किया। आभार प्रदर्शन कार्यक्रम के संयोजक राकेश द्विवेदी ने किया। कार्यक्रम में चेमन देशमुख जिला भाजपा अध्यक्ष, प्रीतम साहू पूर्व विधायक विधायक, पवन साहू ,के सी पवार पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा,यज्ञ दत्त शर्मा ,यशंवत जैन ,प्रतिभा चौधरी अध्यक्ष नगर पालिका परिषद बालोद, तोरण लाल साहू अध्यक्ष नगर पालिका दल्ली राजहरा, तारनी चंद्राकर अध्यक्ष जिला पंचायत बालोद, तोमन साहू उपाध्यक्ष जिला पंचायत, राजू पटेल अध्यक्ष चैंबर ऑफ़ कॉमर्स, ताराचंद सांखला अध्यक्ष जैन श्रीसंघ,राकेश यादव छोटू, रवि प्रकाश पाण्डेय,कमल पनपालिया, कुलदीप कत्याल,शाहिद खान सभी मंडल अध्यक्ष, भाजपा पार्षद गण सहित बड़ी संख्या में जिले के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।