बालोद :– गंगा मैय्या दुग्ध उत्पादक एवं प्रसंसकरण सहकारी समिति मर्या. बालोद (दूध गंगा) का 7 वां स्थापना दिवस गुरुवार 5 जून को बालाजी रिसोर्ट में बड़े धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती प्रतिभा चौधरी अध्यक्ष नगरपालिका परिषद बालोद उपस्थित रहीं। अध्यक्षता कमलेश गौतम अध्यक्ष दुध गंगा बालोद ने की। वहीं विशेष अतिथि कमलेश सोनी उपाध्यक्ष न. पा. परि. बालोद, डॉ आर एस मौर्य, सेवानिवृत्त उप संचा. पशु चिकित्सा सेवाएं बालोद विशिष्ट अतिथि के रूप में झुनमुन गुप्ता पूर्व अध्यक्ष छ.ग. राज्य सहकारी महासंघ, डोमेन्द्र भेड़िया पूर्व अध्यक्ष जि. सहा. केन्द्रिय बैंक दुर्ग, गणेश जोशी सहकारिता विस्तार अधिकारी बालोद, डॉ. लल्लन सिंह उप संचा. पशु चिकि. सेवाएं बालोद, ओमप्रकाश यादव उपाध्यक्ष दुध गंगा बालोद उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पार्षद प्रीतम यादव, गोकुल ठाकुर, गिरजेश गुप्ता, श्रीमती पुष्पा साहू, श्रीमती कांति साहू, श्रीमती सुनीता मनहर, श्रीमती गोमती रात्रे, श्रीमती श्यामा यादव दीनबंधु यादव, सुदीप यादव, मदनलाल साहू वीरेंद्र यादव और कृषक सदस्य संचित यादव, दीनबंधु यादव,रैन सिंह यादव,मनीष सोनकर, धर्मेंद्र यादव सहित दुग्ध उत्पादक किसान एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन राजकुमार प्रजापति ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने दीपप्रज्वलन के साथ किया तत्पश्चात संचालक मंडल के सदस्यों ने अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।स्वागत उद्बोधन में समिति के अध्यक्ष कमलेश गौतम ने उपस्थित लोगों को समिति के स्थापना दिवस की बधाई देते हुए समिति के आय व्यय की जानकारी दी और बताया 2023–24 में 52 लाख रुपये का लाभ हुआ है और उन्होंने समिति के अन्य उपलब्धियो से अवगत कराया।
कार्यक्रम के अतिथि झुनमुन गुप्ता ने कहा कि सहकारिता मिल जुल कर काम करने का अवसर प्रदान करता है।उन्होंने समिति के गठन के शुरुआती दिनों को लोगों को साझा किया—पूर्व विधायक डोमेन्द्र भेड़िया ने कहा कि सहकारिता के माध्यम से ही विकास हो सकता है और यह संस्था अपने उद्देश्य की पूर्ति की ओर बढ़ रही हैं। नगर पालिका उपाध्यक्ष कमलेश सोनी ने कहा कि सफलता का सूचक नियति और नियत होना चाहिए आज दूध गंगा अपना अमिट छाप छोड़ दिया है साथ ही बालोद जिला को नया पहचान दिया है।
दूध गंगा से पशु पालकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहा –प्रतिभा चौधरी
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा चौधरी ने कहा बालोद का दूध गंगा दुग्ध क्रांति में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। लोंगो को शुद्ध दूध और दूध से बने उत्पाद मिल रहे है। उन्होंने कहा दूध गंगा में दूध बेचने वाले किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहा है। पहले दूध बेचने के लिए पशुपालकों को घर घर जाना पड़ता था। दूध का उचित मूल्य भी नहीं मिलता था लेकिन आज अपना उत्पाद दूध गंगा में बेचकर लाभ अर्जित कर रहे हैं।उन्होंने कहा दूध गंगा के कारण किसानों का पशुधन के प्रति रुझान बढ़ रहा है ।उन्होंने कहा पहले पशुपालको को अपने दूध को विक्रय करने की चिंता रहती थी लेकिन दूध गंगा खुलने से यह समस्या भी खत्म हो गया है और डेयरी उद्योग से लोग आत्मनिर्भर बन रहे हैं।
गंगा मैय्या दुग्ध उत्पादक एवं प्रसंस्करण सहकारी समिति बालोद अध्यक्ष कमलेश सिंह गौतम ने बताया की छत्तीसगढ़ राज्य बालोद जिले के हृदय स्थल में स्थित गंगा मैय्या दुग्ध उत्पादक एवं प्रसंस्करण सहकारी समिति मर्यादित बालोद (दूध गंगा) का शुभारंभ तात्कालीन जिलाधीश महोदय डा सारांश मित्तर जी के मार्गदर्शन में दिनांक 05 जून 2018 को तात्कालीन मुख्यमंत्री माननीय डा रमन सिंह जी के करकमलों से संपन्न हुआ था प्रारंभ में संस्था से 66 पशुपालक सदस्य जुड़े थे। प्रारंभिक दौर से संस्था लगातार प्रगति के सोपान की ओर निरंतर बढ़ते हुए बालोद जिले के 84 ग्रामों के 464 पशुपालक कृषक सदस्यों को लाभान्वित करते हुए उन्नति की ओर अग्रसर है |. वर्तमान में संस्था की शाखाएं डौण्डीलोहारा एवं सदर बाजार में संचालित हो रहीहै। वर्तमान में संस्था में 84 ग्राम के 464 पशुपालक सदस्य पंजीकृत है जिनसे प्रतिदिन 3000-3300 लीटर दूध कय किया जा रहा है, जिसका शतप्रतिशत उपयोग खुला दूध विक्रय करने के पश्चात दूध पैकेट बनाने, दही निर्माण, कुल्हड़ दही निर्माण, घी निर्माण, पनीर निर्माण, खोवा निर्माण एवं अन्य दूध उत्पाद मिठाईयां निर्माण करने में किया जा रहा है।संस्था के प्रारंभ से लेकर मई 2025 तक पशुपालकों से 37 लाख 82 हजार 6 सौ 63 लीटर का दूध खरीदी कर 14 करोड़ 65 लाख 60 हजार 8 सौ 22 रूपए 82 पैसे का भुगतान कर चुकी है।गौतम ने आगे बताया की संस्था के शुद्ध एवं उत्कृष्ट उत्पादों से जिले के पशुपालक एवं आम उपभोक्ता लाभान्वित हो रहे है। इसी प्रकार दूध गंगा लगातार प्रगति के सफल सोपान की ओर निरंतर अग्रसर है।