Eye Care: बढ़ती उम्र के साथ आंखों के साथ ही शरीर में कई बदलाव देखने को मिलते हैं. आज कल की लाइफस्टाइल में आंखों की रोशनी पर असर पड़ना बेहद आम सी बात हो गई है. बुढ़ापे में आंखों की रोशनी कम होना एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन आज-कल तो छोटे बच्चे से लेकर युवाओं की आंखों पर भी चश्मा आसानी से देखा जा सकता है. इसके साथ ही आज कल के लाइफस्टाइल में 40 की उम्र के बाद लोगों की आंखों की रोशनी कम होने लगती है. इसलिए आज हम आपसे कुछ ऐसे उपाय बताएंगे, जिसे फॉलो करके आप अपनी आंखों का खास ख्याल रख सकते हैं
रेगुलर आई चेक-अप – बढ़ती उम्र के साथ हमें अपनी आंखों का खास ख्याल रखना चाहिए. इसके लिए ये जरूरी है कि आप नियमित रूप से आंखों का चेक-अप कराएं. इससे अगर आपकी आंखों में कोई समस्या होगी तो समय पर उसका पता चल सकेगा और आप समय पर उसका इलाज करा सकेंगे.
डाइट का रखें ख्याल- आंखों की सेहत हमारे डाइट पर भी निर्भर करती है. इसलिए हमें अपनी डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए. अपनी डाइट में एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन, और मिनरल को शामिल करें. ये आपकी आंखों के साथ ही ओवरऑल हेल्थ के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. इसके साथ ही विटामिन सी से भरपूर फल, हरी सब्जियां और मछली को अपनी डाइट में शामिल करें.
हाइड्रेटेड रहें – शरीर को हाइड्रेटेड रखना न सिर्फ आंखों के लिए जरूरी है बल्कि इससे अन्य शारीरिक बीमारियों से भी बचा जा सकता है. इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पिएं. इससे आंखों में कभी भी ड्राइनेस की समस्या नहीं होगी.
धूम्रपान छोड़े – आमतौर पर धूम्रपान को सिर्फ कैंसर से जोड़ कर देखा जाता है, लेकिन धूम्रपान करना कई और भी गंभीर बीमारियों का मुख्य कारण हो सकता है. जो लोग धूम्रपान करते हैं, इसका उनकी आंखों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है. धूम्रपान करने वाले लोगों में मोतियाबिंद, ऑप्टिक नर्व डैमेज, विजन लॉस और अंधेपन की समस्या की संभावना ज्यादा होती है.
स्क्रीन टाइम कम करें – आज कल की लाइफस्टाइल में मोबाईल और लैपटॉप की यूज बढ़ गई है, जो आंखों की सेहत पर बहुत बुरा असर डालती है. काफी लंबे समय तक स्क्रीन देखने से आंखों की रोशनी कम होती है. इसलिए अपनी स्क्रीन टाइम को जितना हो सके कम करें और हर एक घंटे के बाद कम से कम 20 मिनट का ब्रेक लें