अमरनाथ यात्रा 2025 का शुभारंभ गुरुवार को हो गया है। बालटाल और नुनवान आधार शिविरों से पहले जत्थे के तीर्थयात्री तड़के ही अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए रवाना हुए। यह वार्षिक यात्रा इस वर्ष 38 दिनों तक चलेगी।
गौरतलब है कि दक्षिण कश्मीर की 3,880 मीटर ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा तक पहुंचने के लिए दो प्रमुख मार्ग हैं — पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग और छोटा लेकिन कठिन 14 किलोमीटर वाला बालटाल मार्ग। दोनों मार्गों से श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हुआ। ‘बम-बम भोले’ के जयकारों के साथ वातावरण भक्तिमय हो उठा।
जम्मू में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को भगवती नगर आधार शिविर से 5,892 श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना किया था। ये श्रद्धालु गुरुवार को कश्मीर घाटी पहुंचे, जहां स्थानीय प्रशासन और आम लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।
अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालु उस गुफा मंदिर में दर्शन करते हैं, जहां प्राकृतिक रूप से बर्फ से बना शिवलिंग प्रकट होता है। इस पवित्र स्थल तक की यात्रा को सुचारू और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं।
हजारों की संख्या में पुलिस, सीआरपीएफ, आईटीबीपी और अन्य अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कोई चूक न हो।