अब्दुल सलाम क़ादरी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 बीजेपी के लिए ऐतिहासिक चुनाव सिद्ध हुआ है। इस चुनाव में प्रत्यक्ष रूप से तो बीजेपी के उम्मीदवारों को 132 सीटों पर ही जीत मिली है लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से देखें तो बीजेपी के उम्मीदवारों की संख्या 145 (132+13) से अधिक हो गई है।
अर्थात बीजेपी राज्य में अपने दम पर सरकार बनाने में सक्षम हो गई है। कहा जा रहा है की इस जीत के बाद एकनाथ और अजित पवार भाजपा को ब्लैकमेल नहीं कर पाएंगे। हालांकि राज्य में बीजेपी, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के गठबंधन वाली महायुति सरकार ही सत्ता में काबिज होगी।
बीजेपी के लिए शनिवार का दिन उपलब्धियों वाला ऐतिहासिक दिन साबित हुआ। इस दिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम घोषित किए गए, जिसमें बीजेपी और उसकी महायुति को रिकॉर्ड जीत मिली है। राज्य में बीजेपी को पहली बार 125 ज्यादा यानी 132 सीटों पर जीत मिली है। लेकिन उसके 13 विधायक विधानसभा में बैक डोर से भी पहुंचे हैं।
शिंदे और अजित गुट की टिकट पर उतारे अपने प्रत्याशी
विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने अपने सहयोगी दलों एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के हिस्से में गई लोहा कंधार, नवापुर, संगमनेर, नेवासा, करमाला, इस्लामपुर, फलटण-कोरेगांव, तासगांव- कवठेमहांकाल, कुडाल- मालवण, पालघर, बोईसर, अंधेरी-पूर्व, कलिना तथा भिवंडी-पूर्व ऐसी करीब 16 सीटों पर अपने कार्यकर्ताओं को उम्मीदवारी दिलाई थी।
बताया जा रहा है कि इनमें अंधेरी पूर्व से मुरजी पटेल, अर्जुनी मोरेगांव से राजकुमार बडोले, कन्नड विधानसभा से संजना हर्षवर्धन जाधव सहित करीब 13 उम्मीदवार चुनाव जीतने में सफल हुए हैं। जिन्हें अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी का ही विधायक कहा जा रहा है।
विपक्ष को भी दिए थे बीजेपी ने उम्मीदवार
गौरतलब हो कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कार्यकर्ता सिर्फ महायुति में शामिल घटक दलों के टिकट पर ही चुनाव लड़ रहे थे, ऐसा नहीं है। बल्कि बीजेपी के कई कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना के भी उम्मीदवार बने थे। इस बारे में खुद उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुलासा करके सभी को सकते में डाल दिया था।
17 उम्मीदवार शिवसेना (यूबीटी) में भी
विधानसभा चुनाव से पहले 14 नवंबर को अपने सरकारी निवास मेघदूत बंगले पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान फडणवीस ने कहा था कि शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवारों की पहली सूची में 17 उम्मीदवार बीजेपी के कार्यकर्ता थे। उन्होंने इस बारे में और खुलासा करते हुए कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार के ढाई वर्षों के कार्यकाल में हमने 288 विधानसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी की थी।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि हमने अपने नेता तैयार किए। उनके लिए बूथ की रचना की थी। आंदोलन आदि करके उन्हें बड़ा और लड़ने योग्य बनाया। लेकिन बाद में परिस्थितियां बदल गईं। आज हमें महायुति में चुनाव लड़ना पड़ रहा है। ऐसे में सभी को उम्मीदवारी संभव नहीं होने के कारण कई लोग विपक्षी दलों के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।