नई दिल्ली। मालदीव के मंत्रियों द्वारा पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने के बाद से हाशिए पर पहुंचे राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु अब चीन के सामने गिगगिड़ा रहे हैं। उन्होंने पर्यटन सहयोग के अलावा चीन के साथ 20 प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर किए है।
दोनों देशों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को और व्यापक करने की घोषणा की है। इस बैठक को लेकर मुइज्जु ने कहा कि वह चीन में अपने पहले आधिकारिक दौरे को लेकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्हें खुशी है कि वो चीन के लिए इस साल के पहले विदेशी राजनीतिक मेहमान हैं।
जिन समझौतों पर हस्ताक्षर हुए है उसमें टूरिज़्म को ऑपरेशन, ब्लू इकॉनमी, आपदा प्रबंधन, डिजिटल अर्थव्यवस्था में निवेश को मजबूत करना शामिल है। इसके साथ ही चीन मालदीव को अनुदान सहायता भी देगा, लेकिन वो रकम कितनी होगी इसकी जानकारी नहीं दी गयी है।
इसके अलावा समझौतों में चीन के बेल्ट एंड रोड पहल के ज़रिए निर्माण के कामों में तेज़ी लाना , फुशीदिग्गारु फाल्हू पर आवास परियोजना, फिशरी के उत्पादों के कारखाने बनाना, माले और विलीमाले में सड़क विकास परियोजनाओं का पुन: विकास करना भी शामिल है।
चीन की सिन्हुआ न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक शी जिनपिंग ने इस बात पर जोर दिया कि चीन मालदीव का सम्मान और समर्थन करता है और वो मालदीव के राष्ट्रीय हित में किए जा रहे विकास के एजेंडे में उनकी मदद करेगा। साथ ही चीन राष्ट्रीय संप्रभुता, स्वतंत्रता, क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय गरिमा की रक्षा करने में मालदीव के साथ दृढ़ता से खड़ा है।
6 दशक में पहली बार ऐसा हुआ है जब मालदीव का कोई राष्ट्राध्यक्ष चुने जाने के बाद भारत की बजाए चीन के दौरे पर है।