कांकेर। बीजेपी जिला उपाध्यक्ष असीम राय की हत्या मामले में एसआईटी ने शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया है। हत्याकांड में संलिप्त 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसपी दिव्यांग पटेल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली, पार्षद विकास पाल, जितेंद्र बैरागी ने भाजपा जिला उपाध्यक्ष को मारने 7 लाख में सुपारी दी थी। पुलिस ने 11 आरोपियों की गिरफ्तारी की है। मुख्य शूटर विकास तालुकदार अभी फरार है। मामले में अभी और आरोपी गिरफ्तारी हो सकती हैं।
नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
नगर पंचायत में अध्यक्ष पद को लेकर विवाद चल रहा था। असीम राय के नेतृत्व में नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिस पर 15 जनवरी को मतदान होना था। इससे पहले ही 7 जनवरी को असीम राय की हत्या करवा दी गई।
प्रेस कांफ्रेंस में डीआईजी बालाजी राव और एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि एसआईटी द्वारा आरोपियों की पहचान के लिए पूरे पखांजूर शहर का सीसीटीवी और मोबाइल कॉल डिटेल्स का अवलोकन किया। साथ ही सैकड़ों गवाहों और संदेहियों से पूछताछ की, जिससे हत्या के पूरे मामले में इस प्रकार के तथ्य सामने आए हैं।
अवैध लॉज टूटने का डर, तीन लोगों ने की हत्या की प्लानिंग
यह बताया गया कि नगर पंचायत पखांजूर अध्यक्ष बप्पा गांगुली, पार्षद विकास पाल और जितेन्द्र बैरागी को असीम राय से व्यक्तिगत दुश्मनी थी। बप्पा गांगुली का अध्यक्ष पद जा सकता था। इसके लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था।
इसके अलावा विकास पाल का अवैध लॉज टूट सकता था और जितेन्द्र बैरागी का असीम से व्यक्तिगत दुश्मनी था। तीनों ने मिलकर असीम राय को मौत के घाट उतारने का प्लॉन किया, जिसमें बप्पा गांगुली और विकास पाल ने पैसों का और प्लानिंग की जिम्मेदारी लिया एवं जितेन्द्र बैरागी को रेकी का काम दिया।
7 लाख रुपए में दी थी सुपारी
डीआईजी ने बताया कि अपने साथी तपन मंडल, सुमीत मांझी के साथ मिलकर रेकी किया और शार्प शूटर के लिए सुरजीत और रीपन से सम्पर्क किया। दोनों ने इस काम के लिए सहमति दी और अपने साथी जयंत, नीलरतन एवं विकास तालुकदार को काम सौंपा।
बप्पा गांगुली और विकास पाल ने सोमेन्द्र मंडल के माध्यम से पैसा करीब 7 लाख रुपये नीलरतन को भेजा, जिसने उक्त पैसों से करीब एक लाख रुपये का कट्टा खरीदा तथा बाकी रकम आरोपियों में बांटा गया। जिसके बाद विकास तालुकदार ने अपने साथी गोपी दास के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। गोपी दास बाईक चला रहा था एवं विकास तालुकदार ने मृतक को बाइक के पीछे बैठकर 7.65 एमएम पिस्टल से गोली मारा।
डीआईजी ने बताया कि प्रकरण में धारा 302, 34, 120 (बी) भादवि एवं धारा 25, 27 आम्रस एक्ट के तहत जांच की जा रही है। फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। हत्या की प्लानिंग में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। इसलिए आपराधिक षड्यंत्र के प्रत्येक पहलू की छानबीन की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
बप्पा गांगुली पिता स्व. आशुतोश गांगुली (57 वर्ष) निवासी पखांजूर।
विकास पाल पिता स्व. विजय पाल (47 वर्ष) निवासी पखांजूर।
सोमेन्द्र मंडल पिता स्व. श्यामल मंडल (33 वर्ष) नयाबाजार पखांजूर।
नीलरतन मंडल पिता ठाकुर दास मंडल 34 वर्ष
गोपी दास पिता स्व. गंगाधर दास (31 वर्ष)
गोपी दास पिता स्व. गंगाधर दास 31 वर्ष
रीपन सदियाल पिता स्व. रमेश सदियाल 42 वर्ष साकिन पीव्ही. 36 चांदीपुर।
सुरजीत बाला पिता शिवचरण बाला 46 वर्ष साकिन पीव्ही. 36 चांदीपुर।
समीत मांझी पिता स्व. अनिल मांझी 32 वर्ष साकिन पीव्ही. 36 चांदीपुर।
तपन मंडल पिता निरापद मंडल 46 वर्ष साकिन पीव्ही. 36 चांदीपुर।
जितेन्द्र बैरागी पिता दिनबंधु बैरागी 37 वर्ष साकिन पीव्ही. 28 चांदीपुर।
जयंत विश्वास पिता जगदीश विश्वास 33 वर्ष