कांग्रेस ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है, खासतौर पर विदेश नीति और आर्थिक मोर्चे पर लिए गए फैसलों को लेकर। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी दोनों ने भाजपा सरकार की कार्यशैली पर गहरी नाराज़गी जताई है।
राहुल गांधी ने ट्रंप टैरिफ को लेकर पीएम मोदी के स्टैंड पर सवाल उठाए, जबकि मल्लिकार्जुन खरगे ने विदेश नीति को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले, अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों में मजबूती और मालदीव के साथ बिगड़ते रिश्ते यह दर्शाते हैं कि भारत की विदेश नीति पूरी तरह असंतुलित हो चुकी है।
इस बीच प्रधानमंत्री मोदी की 2 से 9 जुलाई तक पांच देशों — घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया — की ऐतिहासिक यात्रा भी कांग्रेस के निशाने पर रही। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि देश के अंदरूनी हालात बिगड़ते जा रहे हैं और सरकार केवल विदेश यात्राओं में व्यस्त है।
खरगे ने आरएसएस प्रमुख होसबाले के एक कथित बयान पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “अगर कोई सोचता है कि वह संविधान से समाजवादी और पंथनिरपेक्ष शब्द हटा सकता है, तो यह उनकी भूल है। मैं भाजपा और अमित शाह को चुनौती देता हूं – अगर हिम्मत है तो हटाकर दिखाओ।”