बिहार पुलिस ने महिला पुलिसकर्मियों के लिए ड्यूटी के दौरान सख्त अनुशासन लागू करते हुए गहने और मेकअप पहनने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। यह आदेश 8 जुलाई को जारी किया गया, जिस पर कानून व्यवस्था के एडीजी पंकज दारद ने हस्ताक्षर किए। आदेश के अनुसार, इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
यह निर्देश कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर रैंक की सभी महिला अधिकारियों पर लागू होगा। नथ, बालियां, चूड़ियां, हार और भारी मेकअप अब ड्यूटी के दौरान पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। इस फैसले की वजह कुछ महिला पुलिसकर्मियों के वायरल वीडियो और फोटो बने, जिनमें वे यूनिफॉर्म में ज्वेलरी और मेकअप में नजर आईं, जो पुलिस की पेशेवर छवि को धूमिल करता है।
ADG दारद ने यह भी स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया के लिए रील्स बनाना, हथियारों के साथ पोज देना और बूटस्ट्रैप डिवाइस का अत्यधिक उपयोग भी सेवा नियमों के विरुद्ध है। अब तक ऐसी गतिविधियों के लिए 10 महिला पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है और उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही जारी है।
हालांकि यह आदेश केवल महिला कर्मियों तक सीमित नहीं है। पुरुष पुलिसकर्मियों को भी अपनी यूनिफॉर्म की उचित देखरेख और ड्यूटी के दौरान अनुशासन बनाए रखने की सख्त सलाह दी गई है।
इस नए दिशा-निर्देश ने पुलिस विभाग में बहस छेड़ दी है। कुछ अधिकारी इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता में दखल बता रहे हैं, तो कई इसे आवश्यक अनुशासन मानते हैं। फिलहाल, बिहार पुलिस मुख्यालय इस आदेश को सख्ती से लागू कराने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से स्पष्टीकरण भी मांग रहा है।