शिमला: हिमाचल प्रदेश इस समय दोहरी मार झेल रहा है — एक ओर मानसून की आपदाएं, दूसरी ओर राज्य की आर्थिक चुनौतियां। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 14 और 15 जुलाई को दिल्ली दौरे पर रहेंगे। इस दौरे में वे केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया से मुलाकात करेंगे।
मुख्यमंत्री का यह दौरा मुख्य रूप से राज्य की वित्तीय स्थिति सुधारने और प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र से सहयोग मांगने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
🔹 वित्तीय मसलों पर होगी चर्चा
हिमाचल प्रदेश की ऋण सीमा (Loan Limit) रेवेन्यू डेफिसिट ग्रांट के न्यूनतम होने की वजह से सीमित हो गई है, जबकि टैक्स कलेक्शन के मामले में राज्य ने बेहतरी दिखाई है। मुख्यमंत्री केंद्र से केरल मॉडल की तरह मदद की मांग कर सकते हैं, जिसमें राज्यों को अतिरिक्त ऋण की अनुमति दी गई थी।
🔹 16वें वित्त आयोग से भी मुलाकात
सीएम सुक्खू, 16वें वित्त आयोग को राज्य की आवश्यकताओं और विशेष परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त सहायता के लिए अंतिम आग्रह करेंगे। बता दें कि हिमाचल सरकार ने पहली बार आयोग के सामने एडिशनल मेमोरेंडम प्रस्तुत किया है। आयोग अब अपनी अंतिम रिपोर्ट तैयार कर रहा है, जिसे अगस्त के अंत तक भारत सरकार को सौंपा जाना है।
🔹 मानसून आपदा पर केंद्र से राहत की उम्मीद
हिमाचल में 2023 के बाद 2025 में फिर से भारी मानसूनी नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री इस आपदा की भरपाई के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से भी दोबारा बातचीत कर सकते हैं। आपदा राहत के लिए केंद्र से विशेष पैकेज की मांग की जा सकती है।