–
बालोदः जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय सहायक संचालक मछली पालन विभाग में इन दिनों प्रसाधन संबंधी सुविधाओं को लेकर बदहाली व्याप्त हो गई है। मिली जानकारी के मुताबिक रोज औसतन सैकड़ों लोगों की आवाजाही होने वाले इस कार्यालय में प्रसाधन सुविधाओं के नाम पर एक मात्र शौचालय स्थित है जिसे महिला प्रसाधन कक्ष का नाम देकर आम तौर पर ताला लटका कर रखा गया है। बताया जाता है कि इस प्रसाधन कक्ष में केवल कार्यालय में कार्यरत महिला स्टाफ ही उसका उपयोग करती है, जिसके चलते अन्य पुरुष स्टाफ को भारी असुविधाएं झेलनी पड़ती है।
कहा जाता है कि मत्स्य कार्यों के लिए संबंधित लोग कभी कभी सैकड़ों की तादाद में भी कार्यालय पहुंचते हैं । किन्तु शौचालय की अव्यवस्था के कारण उन्हें बाहर खुले मे नित्यकर्म करने की मजबूरी सहन करनी पड़ती है। बात तो यहाँ तक भी पहुंच जाती है कि जब कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी पुरुषों को भी ये असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है तो कार्यालय में आने वालों की क्या-कैसे परेशानियां उठानी पड़ती होगी सोचने का विषय है ?
हैरानी की बात तो यह है कि,जिला मुख्यालय में ही स्वच्छता संबंधी सुविधाओं के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकारों के निर्देशानुसार समस्त शासकीय, गैर शासकीय एवं संस्थागत कार्यालयों में प्रसाधन संबंधी सविधाओं को लेकर पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध कराने उच्चाधिकारियों द्वारा सख्त निर्देश दिया जाता है। किन्तु खेद का विषय है कि, मत्स्य विभाग में व्याप्त इस अव्यवस्था का आलम समझ से परे है । कार्यालय में अधिकारी कर्मचारीयों के समुचित प्रसाधन सुविधाएं मुहैय्या कराने के लिए लाखों रूपयों की राशि उपलब्ध रहने के बावजूद भी इस कार्यालय का वंचित रहना सीधे तौर पर विभागीय प्रमुख की लापरवाही, उदासीनता को प्रकट करती है ।