छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (12824) को बम की सूचना मिलने के बाद वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन पर रोककर खाली करवाया गया और सघन जांच की गई। हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से ट्रेन खुलने के 10 मिनट बाद रेलवे हेल्पलाइन पर सूचना दी गई कि स्लीपर कोच में बम है। इसके बावजूद ट्रेन करीब 400 किलोमीटर तक चलती रही और झांसी पहुंचने पर ही उसे रोका गया।
ट्रेन जैसे ही झांसी स्टेशन पर पहुंची, सुरक्षा बलों ने प्लेटफॉर्म को घेर लिया और डॉग स्क्वायड व बम स्क्वायड के साथ सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जांच के बाद बम की सूचना अफवाह निकली और यात्रियों ने राहत की सांस ली।
हालांकि, इस घटना ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। दिल्ली से झांसी के बीच फरीदाबाद, मथुरा, आगरा, धौलपुर और ग्वालियर जैसे बड़े स्टेशन पड़ते हैं, लेकिन ट्रेन को कहीं भी नहीं रोका गया।
रेलवे के अनुसार, सूचना मिलते ही लखनऊ स्थित जीआरपी मुख्यालय को जानकारी दी गई थी, लेकिन बिना स्टॉपेज वाले स्टेशनों पर ट्रेन को रोकने का निर्णय रेल प्रशासन को लेना था। आखिरकार झांसी को ही सर्च ऑपरेशन के लिए चुना गया
लखनऊ जीआरपी के निर्देश पर झांसी स्टेशन को सुरक्षा छावनी में तब्दील किया गया और ट्रेन की तलाशी के बाद स्थिति सामान्य हुई।