बालोद :–पैगम्बर हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैही वसल्लम के पैदाइश का जश्न बड़े खुशनुमा माहौल में शानो शौकत के साथ मनाया गया|
जामा मस्जिद बालोद के पेशईमाम हाफ़िज़ मौलाना शकील चिश्ती ने परचम कुसाई की, सलातो सलाम का नज़राना पेश कर फातिहा खानी हुई |
फिर जुलूस शहर के जामा मस्जिद से शुरू होकर पुराना बस स्टैंड, सदर रोड, हलधर चौक, मधु चौंक, जय स्तम्भ, चौंक मुख्य मार्ग होते हुए वापस जामा मस्जिद पहुँचा!
इस अवसर पर इमाम शकील चिश्ती ने कहा की इस्लाम एखलाक,मोहब्बत से फैला है, ना की तलवार से, अरबी माहौल में हुजूर के आने से पहले काफ़ी जुल्मो सितम ढाया जाता था | बच्चियों,औरतों को दफ़न करने का रिवाज था, हुजूर के आने के बाद तालिमात का इजाफा हुआ और मेरे आका इंसानियत का दर्श देकर सालामति की बात कही, झगड़े की बात नहीं की |
उन्होंने कहा की इस्लाम इंसानियत का दर्श देता है,हमारा फ़र्ज है की हम गुलामे मुस्तफ़ा हैं और हमारे व्यवहार से दूसरों को तकलीफ ना पहुंचे, दूसरे के मजहब का ख्याल करें,पड़ोसी से अच्छा सुलूक करना सिखाया है! उन्होंने इस मुबारक मौके पर देश, प्रदेश में अमनों अमन, भाईचारगी, एकता, खुशहाली के लिए दुआ मांगी!
जुलूसे मोहम्मदी में बच्चे से लेकर बूढ़े नौजवान सभी शामिल हुए और हुजूर की शान में नातो पेश करतें हुए जुलुसे मोहम्मदी में आदिल हामिद सिद्दीकी,आरिफ सिद्दीक़ी,मोहसीन कुरैशी,मो वकार कुरैशी, अशफ़ाक तिगाला,सलमान रज़ा,समीर खान, शैख गुलाम,अल्ताफ तिगाला जमील खान व नात ख़्वा ने मदीने वाले हमारे आका जनाबे मोहम्मद रसुल्लुल्लाह पर नात व मनकबत बेहतरीन आवाज़ो अंदाज में पेश किए
जुलूस के बाद आम लंगर, बच्चों का नातिया प्रोग्राम,रक्त दान आल इंडिया मुस्लिम फाउंडेशन जिला बालोद इकाई की तरफ से थैलीसिमिया पीड़ित मासूम बच्चों के लिए रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया !जिसमें 68 युवक, युवती ने खिदमते खल्क के तहत रक्तदान में हिस्सा लिया |
इंतजामियां कमिटी के मुतवल्ली शाहिद खान ने ईद मिलादउन नबी की बधाई देतें हुए कहा की हमारे हुजूर ने अमन शांति का पैगाम दिया हैं, और हुजूर ने हिंसा को नाकारा है,उन्होंने प्रदेशवासियों से भाईचारे और शांति बनाये रखने की बात कही |