रामगढ़ : झारखंड के CM हेमंत सोरेन ने सोमवार को अपने पिता और दिशोम गुरु शिबू सोरेन की स्मृति में पारंपरिक श्राद्ध कर्म के सातवें दिन “सात कर्म” की रस्म पूरी की। इस दौरान CM हेमंत सोरेन ने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए विशेष प्रार्थना की। श्राद्ध कर्म के सारे रीति रिवाज रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड स्थित उनके पैतृक गांव नेमरा में किये जा रहे हैं।
इस दौरान परंपरागत रीति-रिवाजों का पालन किया गया। गांव और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग इस अवसर पर मौजूद रहे। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि शिबू सोरेन ने हमेशा झारखंड के लोगों के अधिकारों और पहचान के लिए संघर्ष किया, इसलिए उनकी यादें हमेशा जीवित रहेंगी।
दिशोम गुरु शिबू सोरेन, झारखंड आंदोलन के प्रमुख नेता और तीन बार के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनके निधन से राज्य की राजनीति और सामाजिक जीवन में गहरा शोक छा गया है। अंतिम संस्कार के बाद से ही नेमरा गांव में लोगों का आना-जाना जारी है, जहां लोग दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंच रहे हैं।
CM हेमंत सोरेन इन दिनों नेमरा में रहकर न केवल एक बेटे के रूप में अपने पारिवारिक दायित्व निभा रहे हैं, बल्कि वहीं से राज्य के प्रशासनिक कार्य भी पूरी निष्ठा के साथ संभाल रहे हैं। उनके इस समर्पण और प्रतिबद्धता की चर्चा जनता के बीच हो रही है। लोग इसे उनके मजबूत नेतृत्व और पारिवारिक मूल्यों से जुड़ी गहरी आस्था का प्रतीक मान रहे हैं। झारखंड में शिबू सोरेन को लेकर श्रद्धांजलि सभाओं का सिलसिला अभी भी जारी है और उनके योगदान को याद किया जा रहा है।